दूसरा भाग: गुजरात के 10 महान व्यक्ति: महात्मा गांधी से लेकर धीरूभाई अंबानी तक सफलता की कहानी (भाग 2) ।। Great men of Gujarat: Success story
इस लेख के दूसरे भाग में, हम गुजरात के और पांच महान व्यक्तित्वों की सफलता की कहानियों पर प्रकाश डालेंगे, जिन्होंने अपने अद्वितीय योगदान से इतिहास रचा है।
6. त्रिभुवनदास पटेल
वतन: आणंद, गुजरातआज का स्टेटस:
त्रिभुवनदास पटेल की स्थपना अमूल आज भारत की सबसे बड़ी दुग्ध उत्पादक कंपनी है और
इसे दुग्ध क्रांति का अग्रदूत माना जाता है।
त्रिभुवनदास पटेल, जिन्हें त्रिभुवनदास
किशिभाई पटेल के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय
सामाजिक नेता और गुजरात के आनंद में प्रसिद्ध अमूल डेयरी सहकारी के संस्थापक थे।
उन्होंने भारत में डेयरी उद्योग में क्रांति लाने और सहकारी प्रयासों के माध्यम से
किसानों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहाँ कुछ कारण दिए गए हैं कि
क्यों त्रिभुवनदास पटेल को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से
सम्मानित किया जाना चाहिए, उन्हें भारत रत्न पुरस्कार के लिए योग्य उम्मीदवार बना
दिया है।
किसानों का सशक्तिकरण:
अमूल सहकारी मॉडल के माध्यम से, त्रिभुवनदास पटेल ने हजारों किसानों को उनके
दूध का विपणन करने और सामूहिक रूप से एक स्थायी आजीविका कमाने के लिए एक मंच
प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाया। उनके काम ने ग्रामीण भारत में किसानों की
सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाया।
राष्ट्रीय मान्यता: डेयरी उद्योग और ग्रामीण विकास में त्रिभुवनदास पटेल के योगदान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक रूप से मान्यता मिली है। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करना उनकी विरासत के लिए एक उचित श्रद्धांजलि होगी और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा।
7.गौतम अदानी
जन्म 24 जून, 1962 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ।
वे अदानी समूह के अध्यक्ष हैं, जो भारत का एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय समूह है। अदानी समूह
बंदरगाह विकास और संचालन,
ऊर्जा, कृषि, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाएं, और कई अन्य
क्षेत्रों में सक्रिय है।
- अदानी पावर: भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर प्रोड्यूसर।
- अदानी पोर्ट्स: भारत के सबसे बड़े निजी बंदरगाह ऑपरेटर।
- अदानी ग्रीन एनर्जी: नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी।
- गौतम अदानी भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से
एक हैं।
गौतम अदानी का जीवन
संघर्ष, साहस और
दृष्टिकोण का प्रतीक है। उन्होंने अपने नेतृत्व में अदानी समूह को नई ऊंचाइयों पर
पहुंचाया है, और उनकी कहानी आज
भी कई युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है।
8. स्वामी दयानंद सरस्वती
वतन: टंकारा, गुजरात
आज का स्टेटस: स्वामी दयानंद सरस्वती की शिक्षा और सुधारों को आज भी आर्य समाज के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहा है और उनके सिद्धांतों का अनु उनका मानना था कि वेदों के मूल सिद्धांतों से अलग होकर हिंदू धर्म भ्रष्ट हो गया है और पुरोहितों ने अपने स्वार्थ के लिए हिंदुओं को गुमराह किया है। इस मिशन के लिए, उन्होंने आर्य समाज की स्थापना की, जिसमें सार्वभौमिकता के लिए एक कोड के रूप में दस सार्वभौमिक सिद्धांतों को प्रतिपादित किया गया, जिसे कृण्वन्तो विश्वार्यम कहा जाता है। इन सिद्धांतों के साथ, उनका इरादा पूरे विश्व को आर्यों (कुलीनों) के लिए निवास बनाना था। सरण किया जा रहा हैं।
स्वामी दयानंद सरस्वती,एक महान समाज सुधारक, मेरा व्यक्तिगत अनुभव और आर्य समाज
मेरा आर्य समाज के साथ एक
व्यक्तिगत अनुभव रहा। टंकारा, जो मेरी ससुराल भी है, ने मुझे स्वामी दयानंद सरस्वती के विचारों और सिद्धांतों अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं। इसके अलावा, मेरे बड़े बेटे
की शादी भी आर्य समाज, आनंद में हुई थी, जो हमारे परिवार के लिए एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण अनुभव
रहा।
आज भी, जब मैं टंकारा जाता हूँ, तो स्वामी दयानंद सरस्वती के महान कार्यों और उनके योगदान के प्रति सम्मान और कृतज्ञता के भाव से मेरा सिर श्रद्धा में झुक जाता है। उनकी स्मृति और शिक्षाएं मुझे हर बार प्रेरित करती हैं और मुझे उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं।
9.सुधीर मेहता
टॉरेंट समूह के प्रमुख हैं, जो एक प्रमुख भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह है। टॉरेंट समूह के अंतर्गत फार्मास्यूटिकल्स, पावर, और गैस वितरण जैसे महत्वपूर्ण उद्योग आते हैं।
अध्यक्ष, टोरेंट ग्रुप, पिता के व्यवसाय में शामिल हो गए और टोरेंट फार्मा को फार्मास्युटिकल क्षेत्र में एक अग्रणी संगठन बनाने की कमान संभाली। अपने लोगों के प्रबंधन कौशल, समग्र दृष्टि और सपनों को साकार करने की क्षमता के साथ, उन्होंने कंपनी को महान ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसके प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टोरेंट फार्मा की आज तीन विश्व स्तरीय परिचालन विनिर्माण संयंत्रों और एक अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र के साथ विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति है।
- टॉरेंट समूह की स्थापना उनके पिता उशा मेहता और उनके चाचा आर.डी. मेहता ने की थी। सुधीर मेहता का जीवन और उनका नेतृत्व टॉरेंट समूह की सफलता के प्रमुख कारणों में से एक है। उन्होंने अपनी कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और अपने कार्यक्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
10. धीरूभाई अंबानी
वतन: चोरवाड, गुजरात
आज का स्टेटस: धीरूभाई अंबानी
की विरासत को उनके पुत्र मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी आगे बढ़ा रहे हैं। रिलायंस
इंडस्ट्रीज आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, और मुकेश अंबानी
ने इसे और ऊंचाइयों पर पहुँचाया हैं।
गुजरात ने अनेक महान व्यक्ति
दिए हैं जिन्होंने अपने कार्यों और योगदान से न केवल गुजरात बल्कि पूरे भारत का
नाम रोशन किया है।
महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई
पटेल, नरेंद्र मोदी, धीरूभाई अंबानी, विक्रम साराभाई, और गौतम अदानी
जैसे महानुभावों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने असाधारण कार्यों से विश्वभर में
अपनी पहचान बनाई है। इन महान व्यक्तियों की कहानियाँ हमें प्रेरणा देती हैं और
जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाती हैं। ये महान व्यक्ति अपनी मेहनत, समर्पण, और दृढ़ संकल्प
से प्रेरणा स्रोत बने हैं,
जिन्होंने समाज
के विकास और उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गुजरात की इस विरासत पर गर्व
किया जा सकता है।
निष्कर्ष (भाग 2)
गुजरात के 10 महान व्यक्ति के
लेख के भाग-1 और भाग-2 में गुजरात की
महान हस्तियों के विवरण दिए गए हैं, जो उनकी सफलता और योगदान को महसूस कराते हैं।
मेरा व्यक्तिगत
अनुभव और गुजरात के प्रति मेरा प्रेम
मैं डॉ. मधुकर बोखानी हूं, और मेरा जन्म
गुजरात के शहर पोरबंदर में हुआ था। पोरबंदर एक छोटा सा शहर है जो समुद्र
तट पर स्थित है, और यहां का माहौल
मेरे बचपन के अनुभवों में गहरी छाप छोड़ गया है। मेरे पिता ने हमें वहां के माहौल
में विश्वास और शिक्षा के महत्व को सिखाया।
मेरा शैक्षिक यात्रा का
आरंभ और मार्गदर्शन गुजरात में ही हुआ। मैंने वहां के स्कूलों से अपनी प्राथमिक और
माध्यमिक शिक्षा पूरी की,
जो मेरी सोच और
अनुभव को आकार देने में महत्वपूर्ण रही। गुजरात की संस्कृति, भाषा, और इतिहास में
मेरा गहरा रूचि हमेशा से रहा है।
गुजरात का विकास और उसकी भौगोलिक स्थिति ने मुझे उसकी महानता को समझने में मदद की है। मेरे जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर, मैंने अपने करियर में प्रगति की और अमेरिका आकर अपने उद्देश्यों को पूरा करने का प्रयास किया।
मेरे व्यक्तिगत और पेशेवर
जीवन में गुजरात की संस्कृति, शैली, और मान्यताओं का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां के माहौल ने
मेरी सोच को प्रभावित किया है और मुझे उसी की ओर आग्रहित किया है। गुजरात के महान
व्यक्तियों और उनके कार्यों ने मुझे प्रेरित किया है कि मैं भी अपने जीवन में समाज
के लिए उपयोगी बनूं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रयासरत रहूं।
गुजरात की महानता का मेरे
जीवन में गहरा प्रभाव रहा है और मैं गर्व से कह सकता
हूं कि मैं एक गुजराती हूं। यहां के व्यक्तियों के कार्यों और उनकी प्रेरणा
ने मुझे एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
इस प्रकार, गुजरात मेरे लिए
न केवल एक जन्मस्थान है, बल्कि एक महान
विचारधारा और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। इसे मैंने अपने जीवन के हर पहलू में
अनुभव किया है और इसका सम्मान किया है।
इस तरह, मेरे व्यक्तिगत
और व्यावसायिक अनुभवों के माध्यम से मैंने गुजरात की महानता को अपने जीवन में
स्थापित किया है और इसे एक प्रेरणादायक उदाहरण के रूप में अपनाया है। यह मेरे लिए
गर्व का विषय है कि मैंने गुजरात के विचारधारा और समाज के मूल्यों को अपना बनाया
है।
गुजरात ने समय-समय
पर ऐसे महान व्यक्तित्वों को जन्म दिया है, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देकर
राज्य और देश का नाम रोशन किया है। उनकी जीवन यात्रा और सफलता की कहानियां हम सभी
के लिए प्रेरणादायक हैं।
डॉ. मधुकर बोखानी,ब्रेंट, अलबामा - यूएसए
35034, दिनांक 14 /07 /2024 (Image credit to google tools),
(क्रेडिट- फोटो स्रोत लिंक - to
Wikimedia Commons(https://commons.wikimedia.org/wiki/Fil
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