सफलता एक ऐसा अभियान है जिसमें अनगिनत कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस अभियान में शुरुआत से ही एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसे हम 'बचपन' कहते हैं। बचपन ही वह समय है जब हमारी स्थिति स्पष्ट नहीं होती है, हमारी सोच निर्मित नहीं होती है, और हमारे सपनों की उड़ान अपरिभावित होती है।
बचपन एक सीखने और विकास का समय होता है। यह समय हमें सामाजिक, शैक्षिक, और नैतिक मूल्यों को समझने और स्वीकार करने की क्षमता प्रदान करता है। इस युगल संघर्ष के दौरान, हम अपने दिलों की सुनते हैं, अपने सपनों की पुष्टि करते हैं, और अपने अनुभवों से सीखते हैं।
बचपन में सिखाई गई शिक्षाएं सफलता की मूल नींव होती हैं। जीवन के इस पथ पर
अगर हमें कभी भी सफल होना है, तो हमें बचपन की सीखों को
समझना और मानना होगा।
पहला और सबसे महत्वपूर्ण अवसर बचपन में स्वयं को खोजना है। हमें अपनी पहचान, प्रतिभा, और प्रेरणाओं की पहचान करने की आवश्यकता होती है। यह स्वयं को खोजने की प्रक्रिया हमें अपने लक्ष्योंकी ओर दिशा प्रदान करती है।
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बड़े लोगों का उदाहरण:- उसे हमें सीखने का अवसर मिलता है कि सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है और कैसे उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न कठिनाइयों का सामना किया है। यहां कुछ उदाहरण हैं।
१ डॉ.भीमरावआंबेडकर(भारतरत्न) :-जिन्हें हम
सामान्यत, बाबासाहेब अंबेडकर के नाम से भी जानतेहैं, एक महान भारतीय
सोचे, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी, और विचारक थे। उनका
योगदान भारतीय समाज के समाजिक और आर्थिक न्याय के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है।
उनकी सफलता की कहानी अत्यंत प्रेरणादायक है।
डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल
1891 को मध्य प्रदेश के महु नामक स्थान पर हुआ था। उनके परिवार का सामाजिक और
आर्थिक दलित (अनुसूचित जाति) समुदाय से था। डॉ. अंबेडकर ने अपने जीवन में विभिन्न
कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं
मानी और समाज को सुधारने के लिए प्रतिबद्धता और समर्पण दिखाया।
डॉ. अंबेडकर की सफलता की कहानी में उनके
शिक्षा, समाजसेवा, और राजनीतिक क्षेत्र में योगदान के कई
महत्वपूर्ण क्षण हैं। उन्होंने भारतीय समाज में अनुसूचित जातियों के लिए अधिकारों की मांग की और
उन्हें शिक्षा, समाज में समानता, और न्याय के माध्यमों से उनकी अधिकारिक स्थिति मिलने में
मदद की।
डॉ. अंबेडकर ने भारतीय
संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया और वे भारतीय संविधान सभा के
अध्यक्ष थे। उन्होंने भारतीय संविधान को जातिवाद, विभाजन, और उत्पीड़न के खिलाफ एक ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में
तैयार किया।
डॉ. अंबेडकर की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि कठिनाइयों का सामना करने पर निरंतरता और संघर्ष के साथ आगे बढ़ना संभव है। उनकी महानता उनके समर्पण, उत्कृष्टता, और समाजसेवा में निहित थी, जो आज भी हमें प्रेरित करती है।
३. महात्मा गांधी:- भारतीय स्वतंत्रता
संग्राम के प्रमुख नेता महात्मा गांधी एक बड़े उदाहरण हैं। उन्होंने अपनी अद्वितीय
आत्मबल, संयम, और अहिंसा की प्रेरणा दी, जो उन्हें एक
महान नेता बनाने में मदद की।
दूसरा अवसर है उत्साह और उत्साह की शक्ति को
समझना। बचपन में, हम उत्साह के साथ नई
चुनौतियों का सामना करते हैं और हमारी उत्सुकता हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान
करती है।
४ . अब्दुल कलाम:- भारत के पूर्व
राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम भी एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं। उन्होंने अपने संघर्ष
के माध्यम से अपने सपनों को पूरा किया और वैज्ञानिक और शिक्षात्मक क्षेत्र में
महत्वपूर्ण योगदान दिया।
५ . ओप्रा विनफ्री:- ओप्रा विनफ्री एक
प्रसिद्ध अमेरिकी महिला होस्ट, अभिनेत्री, और उद्यमिता हैं। उन्होंने अपनी संघर्षों और परिश्रम से एक
बड़ा अपना ब्रांड बनाया है और सामाजिक परिवर्तन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण
योगदान दिया है।
तीसरा अवसर है सहयोग और
समर्थन की भूमिका को समझना। बचपन में, हमें अपने परिवार, दोस्तों, और समुदाय के समर्थन का
आभास होता है। यह समर्थन हमें अपने लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता
है।
६. लियोनार्दो दा विंसी:- इतिहास के एक प्रमुख
कलाकार और वैज्ञानिक लियोनार्डो दा विंसी भी एक बड़े उदाहरण हैं। उनकी अद्वितीय
रचनात्मकता और वैज्ञानिक अन्वेषण का योगदान मानव समूह को अग्रणी रूप में बदल दिया।
बचपन में सीखी गई ये मूलभूत शिक्षाएं हमें अपने
जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने की तैयारी करती हैं। इसलिए, सफलता की शर्त का मूल मंत्र है - "बचपन से
शुरुआत"। जो व्यक्ति अपने बचपन की सीखों को समझता है और उन्हें अपने जीवन में
लागू करता है, वह निश्चित रूप से सफलता
की ऊंचाइय
इन उदाहरणों से हमें सीख
मिलती है कि सफलता के लिए व्यक्तिगत संघर्ष,
परिश्रम, संघर्ष की भावना, और निरंतर प्रयास की
आवश्यकता होती है। ये उदाहरण हमें यह भी दिखाते हैं कि सफलता आयी तो वो सिर्फ
व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, समाज और समुदाय के लिए भी
महत्वपूर्ण होती है।
बड़े लोगों
सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है
बड़े लोगों या सफल
व्यक्तियों की सफलता का सिर्फ एक ही रास्ता नहीं होता है, लेकिन कुछ गुण होते हैं जो उन्हें सफल बनाते
हैं। यहाँ कुछ ऐसे
गुण हैं:
1. प्रतिबद्धता (Dedication) वे अपने लक्ष्यों के
प्रति पूर्ण प्रतिबद्ध होते हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास
करते हैं।
2. निष्ठा (Commitment): सफल लोगों की निष्ठा और
पुनरावृत्ति उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करती है।
3. समर्पण (Determination): वे अपने मार्ग पर चलते
हैं, भले ही रास्ते में कितनी
भी चुनौतियां आएं।
4. उत्कृष्टता (Excellence): सफल लोगों की उत्कृष्टता
उन्हें अग्रणी बनाती है, और वे हमेशा उन्नति के
लिए प्रयत्नशील रहते हैं।
5.संघर्ष (Resilience): वे कभी भी हार नहीं मानते और अपनी चुनौतियों का सामना करने के लिए संघर्ष करते रहते हैं।
6.सहयोग (Collaboration): सफल लोग आपसी सहयोग और
साझेदारी को महत्व देते हैं और टीम के साथ काम करने की क्षमता रखते हैं।
7. नेतृत्व (Leadership): वे अच्छे नेता होते हैं
और अपने साथीगणों को दिशा और प्रेरणा प्रदान करते हैं।
8. संवेदनशीलता (Empathy): सफल लोग दूसरों के साथ संवेदनशील होते हैं और उनकी जरूरतों
को समझते हैं।
9. न्याय (Integrity): वे ईमानदार और न्यायवादी
होते हैं और अपने नैतिक मूल्यों को कभी नहीं छोड़ते।
10. संशोधन (Innovation): सफल लोगों की रचनात्मकता
उन्हें नई और अनोखी विचारों की ओर ले जाती है।
इन गुणों के साथ, अच्छे विचार और कर्म भी सफलता की कुंजी होते हैं।
डॉ. मधुकर बोखाणी
बरेंट,अलाबामा,अमेरिका
ता. ५-०३-२०२४
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